the meaning and masic of smart thinking--
जनता भी स्मार्ट वोटिंग करने लगी है ।यह निश्चित रूप से जागरूकता और समझदारी ही कही जायेगी की सामूहिक मन में अब उपलब्ध विकल्पों में से बेहतर को चुनने का विवेक जागता जा रहा है।
बिहार का चुनाव या कुछ वक्त पहले का दिल्ली चुनाव हो अथवा फिर महाराष्ट्र का हर जगह हंग असेम्बली की मजबूत आशंकाएं थी ,पर जनता ने सबको बहुमत देकर अपनी स्थायी जागरूकता और विवेक का जो परिचय दिया है उससे साफ है कि एक तो इससे नेताओं को जवाबदेह बनना पड़ेगा दूसरा यह कि गठबंधन राजनीती के दिन खत्म होने को आ गए हैं।
नीतीश का हालाँकि कुछ और सीटें मिली होतीं तो और बेहतर होता लेकिन नीतीश को बिहार के हर वर्ग ने अपना ब्रांड मान लिया है।यह बिलकुल स्पष्ट है।
इसलिए बिहारियों को या शॉटगन को गाली गलौज देने से कोई लाभ नहीं ,नितीश विरोधोयों को कुछ सकारात्मक करना होगा।क्योंकि किसी लाइन को छोटा करने के लिए उसे मिटाने की कोशिश करना गलत होता है ,बल्कि समानान्तर एक बड़ी रेखा खींचनी पड़ती है।स्मार्ट सोच !
जनता भी स्मार्ट वोटिंग करने लगी है ।यह निश्चित रूप से जागरूकता और समझदारी ही कही जायेगी की सामूहिक मन में अब उपलब्ध विकल्पों में से बेहतर को चुनने का विवेक जागता जा रहा है।
बिहार का चुनाव या कुछ वक्त पहले का दिल्ली चुनाव हो अथवा फिर महाराष्ट्र का हर जगह हंग असेम्बली की मजबूत आशंकाएं थी ,पर जनता ने सबको बहुमत देकर अपनी स्थायी जागरूकता और विवेक का जो परिचय दिया है उससे साफ है कि एक तो इससे नेताओं को जवाबदेह बनना पड़ेगा दूसरा यह कि गठबंधन राजनीती के दिन खत्म होने को आ गए हैं।
नीतीश का हालाँकि कुछ और सीटें मिली होतीं तो और बेहतर होता लेकिन नीतीश को बिहार के हर वर्ग ने अपना ब्रांड मान लिया है।यह बिलकुल स्पष्ट है।
इसलिए बिहारियों को या शॉटगन को गाली गलौज देने से कोई लाभ नहीं ,नितीश विरोधोयों को कुछ सकारात्मक करना होगा।क्योंकि किसी लाइन को छोटा करने के लिए उसे मिटाने की कोशिश करना गलत होता है ,बल्कि समानान्तर एक बड़ी रेखा खींचनी पड़ती है।स्मार्ट सोच !
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